मत रो मेरे अपनों परायो की हंसी देखकर हमने अभी साँस नही छोड़ी है असफल जरूर हुआ हूँ पर सफल होने की आश नही छोड़ी है। नही पहुंचा जो चन्द्रयान एक बार में तो क्या हुआ हमने भी तो उसे दुबारा भेजने की प्रयास नही छोड़ी हैं।।।