मैं कुछ सोचता हूं ! फिर मैं उसे लिख देता हूं ! किसलिए ? मैं लिखता भी नहीं, मैं तो खींचता हूं लकीरें प्रेम की... मैं वाकई लिखता नहीं, मैं तो प्रयास करता हूं साहस बोने का... आने वाली पीढ़ियां मेरी खींची हुई लकीरों को देखकर साहस कर सकें प्रेम की और बड़ी लकीरें खींचने का, साहस कर सकें प्रेमी से अधिक प्रेम में रजे रहने का भोग ना हो तो भी साहस रखें निष्पाप प्रेम के उपभोग का... प्रेम कर लेने से बड़ा पुण्य और क्या हो सकता है...प्रेम वापस पाए बगैर प्रेम किये जाना भी एक साहस ही है...This could be funny yet courageous...That's why soldiers are rated as A++ grade lovers... #modishtro #deepakkanoujia #pradhunik #lovecourage #courageouslove #gennextlove #soldeirs #soullovers