मुरझाए हुए फूल की तरह मेरी कहानी हो जाती है कभी जैसे रंग तो हैं पर फीके फीके खुशबू अब जैसे खतम हो गए अब वो खिला-खिला नहीं है वो सब नजरें चुराने लगे अभी जो बहुत खुश थे खिलने पर धीरे धीरे सब खत्म होने का भाव गायब हो जाना आकर्षण चमक का जैसे जिंदगी भी मुरझा सी गई हो हर चीज बस अंत सा महसूस होता फिर जैसे वापस आ गई जान वो रौनक चेहरे पर नई मुस्कान फिर से खिल गया रंग चमक के साथ खुशबू जैसे फिर से भर दिए हो वापस लौट आया जज्बा फिर से जैसे बेजार से शरीर में रूह की वापसी जैसे किसी ने छिड़क दिया हो नीर उन फूलों पर और सपनों से जाग गया जो सो रहा था स्वप्न में मुरझाने के बस उसका आना एक पल के लिए उसका जताना पल पल की सुनो फिकर है तुम्हारी, मैं कोई नहीं तुम्हारी पर कुछ हूं किसी रिश्ते से बढ़कर ऐसे मुरझाता नहीं देख सकते तुम खिले खिले ही अच्छे लगते हो #rzhindi #rzमुरझाएहुएफूल #restzone #रूप_की_गलियाँ #rs_rupendra05 #प्यार #प्यार_का_एहसास #yqdidi Rest Zone मेरी कहानी हो जाती है कभी जैसे रंग तो हैं पर फीके फीके खुशबू अब जैसे खतम हो गए अब वो खिला-खिला नहीं है