रिमादास ,,,,,,,,,,,एक कहानी सफलता की,जिन्हे पढा नही बल्कि उसे असल जिंदगी मे उतारा जाता है,,,, हम उसके राष्ट्र की सीमाओ मे निवासित है जहाँ"""तंगी"""जैसे प्रश्नो को तवज्जो दी जाती है हम भारतीय भी ,,, क्रिकेटरो को जितना महत्व देते है उतना """एथलिटो को नहीं""जबकि एक क्रिकेटर केवल सोलह सत्रह देश से विजय होकर आता है जबकि """एक एथलिट"सम्पुर्ण विश्व"(लगभग दौ सौ सेअधिक)देशो से विजयी होकर आता है,,, हमारी मानसिक प्रवृति भी ,,, आर्थिक तंगी का ही उदाहरण है,,,जो मेहनत कश लोगो को महत्व नही देती है,,,