ई तो पल्ले नहीं पड़ रही पुड़िया, तेलगु तमिल मलयालम,उड़िया, मेरे इश्क की बनेगी हिंदी गुड़िया, संस्कृत, अवधी बन रही फोड़िया, उर्दू,अरबी पुरस्कृत कर मोड़िया, सब भाषा के अंदर रही जड़िया, अर्थ,राजनीति न ही कभी पढ़िया, अंग्रेजी से भी दूर नमस्कार बढ़िया।। OPEN FOR COLLAB✨💫 Good morning 🌄 rise this rise with your soulfull words • A challenge by PROFOUND WRITERS💎 !💥 Spell your emotions out Embellish this pulchritudinous bg by penning your magnificient thoughts❤️