ख़ाली सड़क दूर तलक नज़र आती होगी इक रहगुज़र मेरे घर को भी जाती होगी ज़िन्दगी के शोरगुल में हो गया हूँ गुमशुदा आवाज़ों में आवाज़ माँ की दब जाती होगी जल्द लौटूँगा निकला था कहकर इक रोज़ घर की गली अकेले में सहम जाती होगी यूँ पत्थर दिल नहीं था मेरा प्यारा भाई किस्से बचपन के बहन सबको सुनाती होगी निकाल लूंगा इकदिन इस बैचैनी से ख़ुद को मरती रूह मेरी झुर्रियों को समझाती होगी इक रहगुज़र मेरे घर को भी जाती होगी... #yqbaba #yqdidi #yqhindi #hindiquotes #hindipoetry #घर #रहगुज़र #yqdidihindi