प्यार म तुजसे करता हु तू सब जानती ह मेरे दिल के हर अरमान पहचानती ह डरती ह इस कायनात के वसूलो से इसीलिए इकरार करने में हीच:कीचाहट मानती ह फिर भी तू सब जानती ह इसीलिए मुझे अपना मानती ह बी++@@