जन्म से गोद, गोद से हृदय, हृदय से स्नेह, स्नेह से सुख, सुख से मोह, मोह बड़ा भारी। इस उम्र तक उस मां ने खर्च कर दी है हम पर वहीं गोद से उंगली, उंगली से कदम, कदम से कद, कद से सब्र, सब्र से कांधे, कांधे पर जिम्मेदारी। इक उम्र पिता ने अपनी बिन मांगे हम पर खर्च कर दी। ©Satyam Nema Bihari happy anniversary