वो आँखों से एहसास बयां कुछ यु कर जाते हैं , लबो को ज़ेहमत देते नहीं फिर भी मुझमे उतर जाते है! जब से चेहरा उनका मेरी बंद आँखों की तस्वीर हुयी है , न जाने क्यों ऐसी मेहरबान मुझपे मेरी तकदीर हुयी हैं ।। मसला ये हैं उनके ही मायने हम उन्ही बता ही नहीं पाते हैं ? ओर एक वो हैं आंख से एहसास बयां कुछ यु कर जाते हैं , लबो को ज़ेहमत देते नहीं फिर भी मुझमे उतर जाते हैं! #love #confession