मैं उन लोगों में से नहीं जो चंद लाईक कामेण्ट के लिए अपने पवित्र सनातनी धर्म का उपहास उड़ाने को कुछ भी लिखता हुँ। फक्कड़ फकीर जो हूँ, चाय भी कड़वी पीता हुँ, और बाते अक्सर मैं कड़वी ही करता हूँ। कोई बतलाये हम सनातनीयो ने धर्म विस्तार को घर घर में कब नरसंहार हैं किया, काबुल में कितने मस्जिद तोड़ी हमने, कब हमने गोविंद राम का नाम लेकर अत्याचार किया, हमने कौन सा ऐसा काम हैं जो मानवहीत में है ना किया, चंद जयचंदो और सुचांन्दो से हमारा धर्म अपवित्र हो नहीं सकता, गुरु ग्रंथ साहिब का शपथ लिए खड़े हैं हम धर्म रक्षा को, दशा गुरुऔ ने हरपल हरछीन बस मानवहीत ही है किया। #सनातनी_संस्कृति #nojotohindi #nojotoapp #poetry