मेरी नादानियां मुझे सुकून देती थी कुछ दोस्तो के चेहरे पे हसीं कुछ को दुखी कर देती थी........ बचपन में इसका असली स्वाद था .... बड़े होके और करूंगा ये ख्वाब था ..... मगर जिंदगी मेरे हिसाब से थोड़ी सी भी नही चली आज घोटे गला नदानियो का ये मजबूरी के रास्ते जा चली.... मेरी नादानियां मुझे सुकून देती थी कुछ दोस्तो के चेहरे पे हसीं कुछ को दुखी कर देती थी........ #missingmydays ©yogesh kaushik #walkingalone