कितना कठिन है... उन जज्बातों को लिखना जिन्हें आप न बोल सकें..., न लिख सकें... कितना कठिन है... उस किरदार को गढ़ना जिन्हें आप न पा सको..., न भुला सको... कितना मुश्किल है... उनका इंतजार जिनका पता हो कभी न आएंगे..., कितना कठोर होता होगा वह हृदय जो न समझता हो आँखों का प्रेम जो न समझे प्रेम की अकथ-भाषा ©उज्ज्वल सिंह #woshaam #कितना_मुश्किल_है