अन्यायों के अंधियारों में, न्याय के दीप जलाऊंगा। संघर्षों से लड़ कर, अपना जीवन सफल बनाऊंगा। परहित के परिमाप निहित, निज कष्टों को अपनाऊंगा। दरिया की गहराई नापूंगा और दरिया पार कर जाऊंगा। ठान लिया है अब मैंने, तू कुछ भी कह, मैं कर जाऊंगा। हार की पहन के माला, जीत की सीढ़ी चढ़ जाऊंगा। मातृभूमि की रक्षा के लिये मैं, अपना सर्वस्व लुटाऊंगा। मृत्यु से आंख मिलाकर अब मैं, मृत्युंजय बन जाऊंगा। -"Ek Soch" #Challengeno8 #collabwithtsom #the_speed_of_motivation 👉collab करने से पहले हमारे नियम और शर्तों को पिन पोस्ट 📌पर पढ़ें ! 👉8 पंक्तियों के साथ collab करें जो भी लिखे motivation लिए हुए होना चाहिए ! 👉collab करने के बाद comment box में सिर्फ 55555 ही लिखें !