चित चंचल चितवन चातुर हो तुम, चुलबुला सा बचपन काफूर हो तुम,,,, कजरारे नयनों की सुरमा काली हो तुम, अधरों की नित नूतन नव लाली हो तुम,,, तन ओढ़त लाल चुनर सी धानी हो तुम मदमस्त खिलता यौवन जवानी हो तुम,,, मंद-मंद समीर सी शीतल सुहानी हो तुम, चित चंचल की हर मौज सी उफानी हो तुम,, चंद्रमुखी बन आँगन को महकाती हो तुम, हिय हर्षित रति काम रुप संधानी हो तुम,,,,, स्वर मधुर सोलह श्रृंगारों की रानी हो तुम,,, खिलता यौवन सावन का वर्षा पानी हो तुम। --Vimla Choudhary 11/7/2021 ©vks Siyag #HBDSiyaSistu❤ #Oneseason #lovepoem #tareef #feeling_loved #Nojotopoem #Nojotohindi #VimlaChoudhary