फलसफा ज़िन्दगी का मुझें समझा गया कोई ! मैं क्या हूँ अब मुझे ही ये बतला गया कोई !! मेरे सवालों का जैसे अब कोई जवाब ही नहीं ! मेरी जुबाँ को जैसे ख़ामोश करा गया कोई !! मैंने रातो से लड़कर ख़ुद की ही नींदे चुराई है ! हुआ यूं के अँधेरों में मुझें जुगनू दिखा गया कोई !! वो क्या समझेगा मेरी बैचेनी का जिसे इल्म नहीं ! अच्छा बता कर मुझें ही बुरा बना गया कोई !! वास्ता देकर जिसे में बुलाता रहा उम्र-भर के लिए ! अपना बनाकर अज़नबी मुझें बना गया कोई !! — Kumar✍️ ©Kumar #कभी_कभी_मेरे_दिल_मे_खयाल_आता_है #Nojoto #nojotonews #nojotohindi #nojotourdu #nojotowriters indira Pushpvritiya