सियासत अब भी करोगे या पलट कर जवाब देगें अपनी कुर्सी के लिए और कितने माँ के लाल देगें बहुत तकलीफ होती है बार बार देखा नहीं जाता एक दफा कह दो दुश्मनों का नामों निशान मिटा देगें नारा लगाने और पुतला फूँकने से कुछ नहीं होगा अब तो कह तो आर्मी से पूरा पाकिस्तान मिटा देगें रातों को नींद नहीं आती हैं उनके बारे में सोच कर अब समझ नहीं आता कैसे उनकी यादें मिटा देगें जिन्हें देखकर हम अपना सर उठाकर चलते थे आरिफ उन लोगों से हम अपनी दूरी कैसे मिटा देगें #NojotoQuote सियासत अब भी करोगे या पलट कर जवाब देगें अपनी कुर्सी के लिए और कितने माँ के लाल देगें बहुत तकलीफ होती है बार बार देखा नहीं जाता एक दफा कह दो दुश्मनों का नामों निशान मिटा देगें नारा लगाने और पुतला फूँकने से कुछ नहीं होगा अब तो कह तो आर्मी से पूरा पाकिस्तान मिटा देगें