Natural Morning फुल खिलता हैं आगन में, तुम पराया उसे कह देते हों! पराए घर भेज कर, उसे सचमुच पराया कर देते हों! वो घर भी कहा अपना बन पाता हैं, जहा परायों सा सलूक उसके साथ होता हैं! फुल वो मुरझा फिर जाता हैं, हर तरफ पराया सलूक जब पाता हैं! क्यों ना एक नयी पहल करें, फूल अपना घर ख़ुद बनाये! ना किसी प्रकार बोझ बने, समान से सिर ऊँचा करें! #फुल एक नयी पहल... #Nojoto #women_Improvement