गुज़र चली है जो हवा उसकी कुछ तृष्णा बाकी सी है, तू आए, थामे हाथ और करे मोहब्बत़ का आगाज़ बस अब इस अदने से दिल की ये ख़्वाहिश सी है।। #ख़्वाहिश #YQdidi #YQbaba #SattyShaayri