शाम, शमा और वफा कभी साथ नहीं हो पाते बेबसी के आलम में हम कुछ छुपा नहीं पाते आशिक साहिल-सा है किसी और को नजर उठा कर देख नहीं पाते।। ©Akanksha Dixit #write #Poetry #Love #Dil__ki__Aawaz #DilKiAwaaz