#खवाब#हसरतें#नजरें#बंदिशें#जिन्दगी#yqhindiyqhindi#yqdidi
काश!.. कोई एसा मजहब़ होता ,
जो बेटीयों के ख्वाबो को पूरा करना सबाब समझता ,
घर की चार दिवारी से निकाल कर ,
अपनें पाँव पर खडा होना सिखा देता ,
उम्मीदें देता हसरतों को न मारता,
दूनिया के साथ कदम से कदम
मिला कर चलने देता, आँख में आँख