दद॔ का भी है अंदाज़ निराला, चुप चाप बैठा रहता है, खुद को सम्भाले। इंसान होते हैं करीब, पर टस से मस नही होता। पर जब कोई दिल प्यार से, दिल छूकर, करीब आता है, दद॔ ,अब खुद को सम्भाल नही पाता है, टूट जाता है और पूरे हक से, उस दिल को अपना राज़दार बनाता है। #DardKaAndaaz..!!