कोई बात दिल में हम छिपाते नही हरेक बात हम सबको बताते नही //१ ये पढ़ना_पढ़ाना तेरा काम होगा, मगर रट्टा पाठ हम कराते नही //२ ये मिटना_मिटाना तुझसे ना होगा तेरी यादों को हरगिज हम भुलाते नही //४ तेरी हसरते ये तुझे ही मुबारक़ मगर हम दाग दिल पे लगाते नही//५ जिनकी कथनी और करनी में होता है,अंतर हम ऐसे मुखौटे चहरे पे चढ़ाते नही //६ इश्क में मुरझाये बेचारे मजनू दो चार दिन में सो अब लैला से भी दिल को लगाते नही//६ शमा को है नाज़ अपनी तरबियत पे अक्सर हम बुज़ुर्गों से हरगिज जुबा लड़ाते नही //७ "शमीम अख्तर/शमा writes ✍️ ©IM binte hawwa shama write #Yaddasht #Nojoto#shamawrite#septembercreator#shamawrites#मैरी_कलम_से#दिल_की_बात VAniya writer * The Real Poetry anmol goyal Narendra patil anmol goyal