WHO IS SHE? वो खुशबु है वो हवा है वो सजदे में माँगी गई कोई दुआं है वो हार है श्रृंगार है वो इश्क है वो प्यार वो साज है वो तराना है वो इश्क करने का कोई बहाना है वो इत्र है वो शराब है जो झूमा दे मुझे वो शबाब है वो ख्बाब है वो सपना है जो लगता मुझे कुछ अपना है वो आजाद हैं कोई मानो पक्षीं दिवानी वो ख्बाबों की रानी संस्कारी स्यानी वो मेरे लिए अनमोल एक उपहार है वो हाँ वो यही है जो मेरा करार है उसे बस नजर कुछ भी आता नही है अब जुबां बंद है दिल बताता नही अब वो खामोश सी है और जरा गुमसुम भी वो कहती है सबकुछ मगर है मासूम सी वो लिखती है गजले तराने बहुत कुछ है उससे मोहब्बत मुझे जिंदगी और सबकुछ ©नशीली कलम #who_is_she #? #ख्बाब #मोहब्बत #इश्क