बचपन खेला था तेरे संग प्रिय नहीं जीवन खेल पाई तेरी नाम की मेंहदी लगाकर प्रिय किसी ओर के संग आई दात्यिव और कर्तव्य के बीच फसी यह दुल्हन नहीं तेरा वचन निभा पाई बचपन खेला था तेरे संग प्रिय नही जीवन खेल पाई तू उल्हाना देना बेशक चाहे जो नाम करार देना लेकिन निकाल मेरी सूरत दिल से किसी ओर को पनाह देना मैं थोड़ी पत्थर हूँ तुम नाजुक दिल का दामन थाम लेना #NojotoQuote