हमारे रग - रग में जुनून-ओ-जान बहुत है अपनी मातृभूमि के लिए मान बहुत है।। मैं भी गुजरूंगा उस पथ से एक दिन भगत सिंह होने का अरमान बहुत है।। जीना यहीं है , जाना यहीं से है इस मिट्टी के हमपे एहसान बहुत है।। लड़ाने वालों तुम कभी सफल ना होगे यहां अमन और चैन के मकान बहुत है।। मूल्क को बांटने की कोशिश करने वालों वो लोग अभी हमसे अंजान बहुत है।। हर भारतीय में देशप्रेम जगा दो यारों ना जाने क्यूं यहां के लोग बेजान बहुत है।। मीट जायेंगे इस तरफ आंख उठाने वाले यहां दूश्मनों के शमशान बहुत हैं।। लाश मेरी जिस हालत में हो कोई ग़म नहीं हिन्दुस्तानी होना ही मेरी पहचान बहुत है।। दिल क्या जान भी हाजिर है वतन के लिए मिट्टी के खातिर शहीद होने में शान बहुत है।। शान बहुत है #nojoto #nojotohindi #deshprem #gazal #15aug