कुछ यूँ हम, लम्हों को खो रहे थे, दर्द को लफ़्ज़ों में, पिरो रहे थे, क़लम चल रही थी, और पन्ने रो रहे थे। ©SohanDev #Shayar #Shayari #SAD #Nojoto #diary