पल्लव की डायरी नगदी का जमाना खत्म अंतिम सांसे रुपये ले रहा है डिजिटल के रूप में आदान प्रदान हो रहा है सरकारो के नीचे दबी रहे जनता कई शोधों पर काम चल रहा है राजशाही का दौर,जी हजूरी वाला शायद एक बार फिर शुरू हो रहा है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Currency राज शाही का दौर फिर शुरू हो रहा है