Jab rishto ki neew kamjor hogi to sau buraiyan dikhengi, Jab viswas ki dor majboot hogi to hazaar buraiyan dafan hongi.. शुभकामनाएं। जय हिंद! - #प्रवासी #pravasi Insta/FB: PravasiOfficial #AmitabhJha #अमिताभझा प्रवासीसंग्रह टैग पर कविता, ग़ज़ल, लघुकथा, हास्य, व्यंग इत्यादि रचनाएं उपलब्ध हैं। मेरी काव्य संग्रह वर्ल्ड वाइड उपलब्ध है।