ये शौके मोहब्बत निभाना रहेगा हम रहें ना रहें ये ज़माना रहेगा रहेगी वो बिन बोले बोली तुम्हारी शीशे के कंगन वो रोली तुम्हारी जिक्र उल्फ़त का हो बहाना रहेगा हम रहें ना रहें ये ज़माना रहेगा पूरी कविता👇 #जमाना_रहेगा #वत्स #vatsa #dsvatsa #illiteratepoet #yqhindi #90s ये शौके मोहब्बत निभाना रहेगा हम रहें ना रहें ये ज़माना रहेगा रहेगी वो बिन बोले बोली तुम्हारी शीशे के कंगन वो रोली तुम्हारी