हर गम तो अब एक गरम पियाली कि चाई हैं, गले से उतर नहीं जाए तो मजा नहीं आये... खुशियों का भी क्या कहना हैं तो बिस्किट कि तरह, चाई मे डुबोया तो नाम मित जाये... #कविता#जिन्दगी#गम