एक दूसरे पर गंदी छींटाकशी के लिए, हैं आजाद हम एक दूसरे के धर्मों की बेअदबी के लिए, हैं आजाद हम ज्यादा दहेज की फैसिलिटी के लिए, हैं आजाद हम नन्ही कलियों से जबरदस्ती के लिए, हैं आजाद हम खुल ए आम रिश्वतखोरी के लिए, हैं आजाद हम बेरोजगारों के आगे बेबसी के लिए, हैं आजाद हम जिंदगी में दख्ल ए चार आदमी के लिए, हैं आजाद हम सभ्य समाज के बीच गंदी राजनीति के लिए, हैं आजाद हम आमिल #nojotohindi #OpenPoetry #nojotohindishayri #हैआजादहम Pratibha Tiwari(smile)🙂 tarunnum sana