जहां होता ही कीचड़ है, वहां पर फूल खिलता है किसी भी आवरण को ये बहुत ही खूब खलता है किसी काली सी माटी को चंदन बन कर महकाना यह अंदाज अब सबको कमल का फूल लगता है © गंगवार रामवीर #ramveer_gangwar