वृन्दा तुलसी प्रत्यक्ष संजीवन मानो अमृत। औषधि रूपी रामा श्यामा मिलती बहुतायत। तुलसी गीता सीता राधा,आंगन में मुखरित। वैकुण्ठ धाम सहज मिल जाता ज्यों मुकलित। पावन गंगा सी शोक निवारक। भव तारक। शंख कुबेर शालिग्राम तुलसी धन दायक। #स्वरा #SKG हाइकु तुलसी