आळूजोण अणूती है, आस बिखरती पाळ तू माँ, हिवड़े हिम्मत भर तू माँ,आती विपत्ति टाळ तू माँ, थारे दर रो हूँ काबो, म्हारी नाव फँसी मझधार, शाह सरीखो पर्चो दे, डूबती नाव सम्भाळ तू माँ। #चारण_गोविन्द #नवरात्र #चारण_गोविन्द #durga #CharanGovindG #govindkesher #Poetry #devi #Love #jai_mata_di