अच्छी ही कट रही थी ज़िंदगी, अपने मे ही खुश रहा करते थे, ज्याने क्या सूझी, और खामखाँ तुमसे दिल लगा बैठे। सुकून के पल अब मिलते नहीं, याँदें तो थमती ही नहीं, नींद तो दुश्मन हो गयी है हमारी, अब हमारे हम नहीं, अब हमारे हम नहीं। 7/365 #quotedidi #pyaarkadard #yquotedidi #pyar_ke_alfaz