कोई कह इन चरागों से इतना ग़ुमान ना करें कोई तो कह दो इन्हें इतना अभिमान ना करें सूरज के आगे पड़ जाते हैं सभी फ़िके इसलिए दिन के उजाले में अपनी पहचान ना करें।। कोई कह दो इन चरागों से