tea quotes " शाम का वो हर मंजर सुहाना था थडी पर जो गुजारा था सब अपनी अपनी गरीबी गिनाते किसी खास का वास्ता देकर, जेब कटवाते चाय का स्वाद बढ़ जाता था जब कोई पैसों पे अड जाता था " #tea_time