कि सुकून की तलाश में कितना भटके हो, घर– घर, गली कूचे, पहाड़, समंदर..... दो पल अकेले क्या बैठे, सुकून खुद ही चल कर आ गया.... कब तलक छुपाओगे, क्यों नहीं बता देते... #क्योंनहीं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi