बेचैनियां बहुत उठा रखी हैं उसने इक मेरे सिवा जहाँ

बेचैनियां बहुत 
उठा रखी हैं उसने
इक मेरे सिवा जहाँ के लिए
मेरी जानिब क्या कमाल तिरा
यूं बेकली का तौर!
अपनी ही धुन में मगन आवारगी 
क्यों तलाशे ठौर।

तुम्हें चाहिए मैं
मुझे वह
और उसे, कोई और...
अपनी ही धुन में मगन आवारगी 
क्यों तलाशे ठौर।

@manas_pratyay

©river_of_thoughts #kyu_talashe_thaur

#Hair
बेचैनियां बहुत 
उठा रखी हैं उसने
इक मेरे सिवा जहाँ के लिए
मेरी जानिब क्या कमाल तिरा
यूं बेकली का तौर!
अपनी ही धुन में मगन आवारगी 
क्यों तलाशे ठौर।

तुम्हें चाहिए मैं
मुझे वह
और उसे, कोई और...
अपनी ही धुन में मगन आवारगी 
क्यों तलाशे ठौर।

@manas_pratyay

©river_of_thoughts #kyu_talashe_thaur

#Hair