कोई व्यक्ति आपका अनुसरण तभी तक करता है जब तक आपका व्यवहार उसके लिए प्रेम से भरा हो और स्वर में करुणा हो। जैसे ही आप रूखे स्वर में बात करते हैं, उसके मन मस्तिष्क पर पड़ा प्रेम का आवरण एक झटके में हट जाता है और आपके लिए कड़वाहट भर जाती है.. फिर चाहे आपने कितने साल तक उसे क्यूं न प्रेम दिया हो , वो सब एक स्वप्न की तरह प्रतीत होने लगता है। अतः वाणी पर संतुलन बनाए रखें। ©kalpana srivastava #संतुलन #PARENTS