खुलो जो बजार हैं, दीद के त्योहार हैं, मानो जा न मानो, बडा सकुन देते इजहार हैं। #0745A05042023 ©Dawinder Mahal खुलो जो बजार हैं, दीद के त्योहार हैं, मानो जा न मानो, बडा सकुन देते इजहार हैं। #0745A05042023 #dawindermahal #dawindermahal_11 #MahalRanbirpurewala #punjabimusically #Poetry