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बेंजामिन फ्रेंकलिन द्वारा कथित प्रसिद्ध कहावत ईमान

बेंजामिन फ्रेंकलिन द्वारा कथित प्रसिद्ध कहावत ईमानदारी सर्वोत्तम नीति इसलिए भी है क्योंकि इंसान को इंसान बनाने में इसका प्रत्यक्ष योगदान होता है। एक इंसान के तौर पर जो भी उपागम आवश्यक होते हैं, उनमें सर्वप्रथम यही गुण महत्व रखता है। रिश्तों की रक्षा के साथ ही उसकी सुदृढ़ता के लिए ईमानदारी सबसे प्रभावशाली उपकरण है। सच बोलना और उसके साथ चलना निःसंदेह दुरूह कार्य है परंतु वो झूठ से इतना अधिक प्रभुत्वसम्पन्न और प्रकाशवान है कि झूठ और फ़रेब की शमशीर सच के ज़िगर का क़त्ल नहीं कर सकती क्योंकि सच केवल सच ही होता है। जिसने ख़ुद के ईमान को बेच दिया हो तो वो इंसान के रूप में महज़ पुतला रह जाता है क्योंकि मानवीय संवेदनाएं ही तो इंसान के इंसानियत को परिभाषित करता है अन्यथा मानव और दानव में फ़र्क़ कैसे समझ आएगा। आज के परिवेश में ईमानदार होना या बनना उतना ही कठिन है जैसे हमारे प्रधानमंत्री द्वारा हर खाते में 15 लाख कहे गए जुमले की तरह। वैसे इस शीर्षक और मुद्दे पर बहुत कुछ कहा जा सकता है क्योंकि ये एक वृहद विषय से सम्बंधित है पर अंत में यही कहना चाहूँगा - 

बागों के सुंदर पुष्पों के माफ़िक महकना चाहिए।
बहुत न सही पर कुछ हद तक तो ईमानदार होना चाहिए।।

©Jitendra VIJAYSHRI Pandey "JEET " #honesty #Honestyisthebestpilicy #honestyisthebestpolicy #ईमानदारी 

#vacation
बेंजामिन फ्रेंकलिन द्वारा कथित प्रसिद्ध कहावत ईमानदारी सर्वोत्तम नीति इसलिए भी है क्योंकि इंसान को इंसान बनाने में इसका प्रत्यक्ष योगदान होता है। एक इंसान के तौर पर जो भी उपागम आवश्यक होते हैं, उनमें सर्वप्रथम यही गुण महत्व रखता है। रिश्तों की रक्षा के साथ ही उसकी सुदृढ़ता के लिए ईमानदारी सबसे प्रभावशाली उपकरण है। सच बोलना और उसके साथ चलना निःसंदेह दुरूह कार्य है परंतु वो झूठ से इतना अधिक प्रभुत्वसम्पन्न और प्रकाशवान है कि झूठ और फ़रेब की शमशीर सच के ज़िगर का क़त्ल नहीं कर सकती क्योंकि सच केवल सच ही होता है। जिसने ख़ुद के ईमान को बेच दिया हो तो वो इंसान के रूप में महज़ पुतला रह जाता है क्योंकि मानवीय संवेदनाएं ही तो इंसान के इंसानियत को परिभाषित करता है अन्यथा मानव और दानव में फ़र्क़ कैसे समझ आएगा। आज के परिवेश में ईमानदार होना या बनना उतना ही कठिन है जैसे हमारे प्रधानमंत्री द्वारा हर खाते में 15 लाख कहे गए जुमले की तरह। वैसे इस शीर्षक और मुद्दे पर बहुत कुछ कहा जा सकता है क्योंकि ये एक वृहद विषय से सम्बंधित है पर अंत में यही कहना चाहूँगा - 

बागों के सुंदर पुष्पों के माफ़िक महकना चाहिए।
बहुत न सही पर कुछ हद तक तो ईमानदार होना चाहिए।।

©Jitendra VIJAYSHRI Pandey "JEET " #honesty #Honestyisthebestpilicy #honestyisthebestpolicy #ईमानदारी 

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