White एक ख्वाब, एक ख्वाब है लाजवाब, पूरा हो तो जन्नत, रह जाए अधूरा, तो है अभिशाप एक ख्वाब है लाजवाब! वास्ते इसके क्या कुछ करना पड़ता है रोज़ तिनका तिनका देखो मरना पड़ता है क़ुर्बानी भी इसके खातिर बहुत दी जाती है राहें इनकी कितने रिश्तों पर से होकर जाती है कुछ छोटे सपने भी खातिर इसके, क़ुर्बान करने पड़ते हैं ना जाने, कितने शेहर कितने घर बदलने पड़ते हैं तभ जाके एक ख्वाब सांस लेता है, ना जाने कितने सपने कितने बचपन छीन लेता है खातिर इसके भूका भी रहना पड़ता है हर मौसम हर बाढ़ का दर्द सहना पड़ता है फंस जाते हैं दल दलसे हम ऐसे कितने सपनो में ना संग होती हैं खुशियां ना त्यौहार बिताते अपनों में एक ऐसा मेरा भी ख्वाब है अधूरा ए-खुदा जिसके खातिर हर एक अपनों से होगया हूँ मैं जुदा एक ऐसा मेरा भी ख्वाब है अधूरा ए-खुदा जिसके खातिर हर एक अपनों से होगया हूँ मैं जुदा ©Jazbaati Shayar #good_morning_quotes