पथ कितने और मैं एक पथिक चलता मैं रहता एकाकी कुछ दूरी का अनुमान नही कितना हूँ चला, कितना बांकी है क्या ये विवशता चलने की कितना कहें और किससे कहें ओ पथमय जीवन बोल जरा तेरे पथ कितने और रहे ©Manaswin_Manu #nojotohindi #path #pathik #akela #alone #yayawar #Manaswin_Manu