Topic:- हा इसलिए जानकर भी अनजान हूं तुमसे मै...., सायद् फिर रूठ जाओगे हमसे जानकर हमें की हैं कोन हम!(हा इसलिए जानकर भी....), सायद फिर से इस आंखो से आंसू न निकले कि उस आंसुओ की वजह तुम हो!(हा इसलिए जानकर भी....), सायद फिर मेरी ये मुस्कुराहट चली न जाए उस डर से !(हा इसलिए जानकर भी....), सायद फिर से इस गम में ना चले जाए कि उस गम की वजह तुम हो!(हा इसलिए जानकर भी...), सायद फिर से इस दिल को जखम न जेलने पड़े की उस जख्म की वजह तुम हो!(हा इसलिए जानकर भी...), सायद तुम लौट आओ सबकुछ भूलाकर ज़िन्दगी में मेरी ओर उस आशाओं की वजह तुम हो!(हा इसलिए जानकर भी....). miss MK V.k.upadhyay पर आज भी वो पुकार वापस ना आई😒!!!#poetry#myanswer#dilkibat#love#life#trust#truth#quotes#story#lifeexprience