किताबों में कब तक दिल बहलायें। तुम नहीं हो तो कैसे खुद को समझायें। तेरी हर बात हर मुलाकात याद है। कभी आ जाओ दिलाशा दिलाओ जख्मे दिल किसको दिखायें। शायरः-शैलेन्द्र सिंह यादव #NojotoQuote शैलेन्द्र सिंह यादव की शायरी किताबों में कब तक।