वक़्त ने वक़्त को कहा, तुम्हे थोड़ा और वक़्त दूं पर वक़्त की नजाकत को ही वक़्त ने जख्म दिया और हम कम्बख्त खामाखां अपने वक़्त को कोसते रहे कि साला ये वक़्त ही हमसे बेबफा निकला।। वक़्त ने वक़्त को कहा