जिन्हें हम चाहते थे उनकी हुकूमत थी हमारे दिल के लिए वो हां करें या ना करें इम्तहान की घड़ी थी हमारे लिए झुकें नैनों, कांपते होठों और मासूम से चेहरे से पुछा हमने परिवार,पड़ोस अपने यारे-प्यारे से इबादत की तुम्हारे लिए - दानवीर सिंह 'दुनिया' Happy Holi Mela