मै वही छोटू हूं .. जिसने अपने सपनो को, चूल्हे पर जला कर तुम्हे चाय पिलाई़... हां मै वही छोटू हूं.. जिसने अपने सपनो की चमक तुम्हारे गंदे बर्तनो मे लाई.... छोटू....