मोहब्बत से मोहब्बत के लिये झुका हूँ मै तूफान से नरम हवा बना हूँ मै ऐसे तो गिरा दिये है कई घर मैन आज मोहब्बत से मिला तो ठंडी साम बना हूँ मै